अमेरिका में पुल टूटा और फैली भारतीयों के खिलाफ नफरत जानीये बाल्टइमोर हादसे की पुरी कहानी क्या है।
हाल ही में सिंगापुर के एक जहाज से अमेरिका के एक ब्रिज को टक्कर लगने के कारण ब्रिज टूट गया। जहाज चलाने वालों में 22 लोग ऐसे हैं जो कि भारतीय हैं। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की जा रही है कि भारत ने यह जान बूझकर किया। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आकर समस्त भारतीयों का बचाव भी किया और उन लोगों को हीरो भी कहा है। जानिए क्या है पूरी कहानी।
दोस्तों तस्वीर में आपको एक ब्रिज दिख रहा है और ब्रिज से टकराती हुई एक जहाज दिख रही है। इस बीच का नाम है US Francis Scott Key Bridge Collapse. ये जो US Francis Scott Key हैं इन्होंने ही अमेरिका के राष्ट्रगान की रचना की है। यह ब्रिज इन्हीं के नाम पर बनाया गया था। यह हादसा बाल्टीमोर नामक स्थान पर हुआ है। ढाई सौ मीटर लंबा एक जहाज जो कि सिंगापुर के नाम से रजिस्टर है। वह सामान भर के श्रीलंका में कोलंबो जा रहा था। रास्ते में निकलते ही बाल्टीमोर नामक स्थान पर अमेरिका में US Francis Scott Key Bridge के नीचे से निकलते वक्त टकरा गया। जहाज में जो चालक दल के लोग थे वह भारतीय थे। जांच से पता चला कि जहाज का नियंत्रण पूरी तरह से खो चुका था। जहाज का सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका था इसलिए जहाज ब्रिज के पिलर से जाकर टकरा गया। जहाज पर बैठे किसी भी आदमी की जान नहीं गई लेकिन ब्रिज पर कुल आठ कर्मचारी काम कर रहे थे जिनमें से दो की जान बच गई है। लेकिन 6 लोग अभी भी लापता है। जहाज रात 12:30 बजे के आसपास रवाना हुआ था और 1:30 के आसपास इसका कम्युनिकेशन सिस्टम फेल हो गया। जहाज का पूरा कंट्रोल सिस्टम काम करना बंद कर दिया। फिर यहां से मैसेज भेजा गया कि ब्रिज को बंद करवाया जाए और 1:28 पर ब्रिज को बंद करवाया गया और रात 1:30 बजे जहाज जाकर ब्रिज से टकरा गई। क्योंकि जहाज में क्रू मेंबर जो थे वह 22 लोग भारतीय थे। इसलिए सोशल मीडिया पर भारतीयों की जमकर ट्रोलिंग हुई कि भारतीयों ने यह जानबूझकर किया। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आते हैं और समस्त भारतीयों का बचाव करते हैं तथा उनकी सहारना करते हुए कहते हैं की इतने कम समय में उन लोगों ने सूचना भेजकर ब्रिज को बंद करवाया नहीं तो काफी लोगों की जान जा सकती थी।
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